कौशांबी कांड बना राजनीतिक अड्डा, NCIA की टीम ने खोली जमीनी हकीकत की परतें कौशांबी/लखनऊ

2025-06-14 10:06:34 Crime

कौशांबी कांड बना राजनीतिक अड्डा, NCIA की टीम ने खोली जमीनी हकीकत की परतें

कौशांबी/लखनऊ, 13 जून 2025 – उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में हाल ही में घटित बालिका यौन शोषण प्रकरण न केवल मानवता को झकझोरने वाला है, बल्कि अब यह एक बड़ा राजनीतिक अड्डा भी बनता जा रहा है। जबकि नेशनल मीडिया में एक पक्षीय छवि दिखाई जा रही है, वहीं नेशनल क्राइम इंटेलिजेंस एजेंसी (NCIA) ने मामले की तह में जाकर चौंकाने वाली सच्चाइयों को उजागर किया है।

NCIA की टीम ने की जमीनी जांच

NCIA के डायरेक्टर जनरल श्री अमित पाल के निर्देश पर एक जांच दल जिसमें श्री सत्येंद्र पाल (मैनपुरी), श्री सुभाष पाल (फर्रुखाबाद), श्री आशीष पाल (कन्नौज) तथा वरिष्ठ विश्लेषक श्री अवनीश पाल शामिल थे, को कौशांबी भेजा गया। टीम ने ग्रामीणों से बातचीत कर जो तथ्य उजागर किए, वे मीडिया रिपोर्टों से बिल्कुल भिन्न हैं।

“गरीब ब्राह्मण” नहीं हैं आरोपी रामबाबू तिवारी

राष्ट्रीय मीडिया द्वारा आरोपी रामबाबू तिवारी को “गरीब ब्राह्मण” के रूप में दर्शाया जा रहा है, लेकिन NCIA की जांच में सामने आया कि उनके पास 300 बीघा ज़मीन, एक प्लास्टिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट तथा ईंट भट्टा है। इसके अतिरिक्त उनका बड़ा बेटा प्रैक्टिसिंग वकील है। गांव के निवासियों ने भी गवाही दी कि यह परिवार प्रभावशाली और दबंग है।

पीड़िता के परिवार के हालात चिंताजनक

जिस परिवार की बच्ची के साथ यह क्रूरता हुई, उनके घर में बिजली कनेक्शन तक नहीं है। सरकारी योजना में मिले मकान में लाइट के खंभे तक नहीं लगे हैं। पीड़िता की माँ रोज़ ₹300 मजदूरी करती हैं। NCIA टीम ने जब उनके घर का दौरा किया, तो पाया कि वे न केवल आर्थिक रूप से कमज़ोर हैं, बल्कि प्रशासनिक दबाव के कारण न्याय के लिए अपनी बात तक नहीं रख पा रहे।

 

NCIA team

आर्थिक एवं कानूनी सहायता का वादा

NCIA डायरेक्टर अमित पाल ने पीड़िता की माँ को ₹20,500 की आर्थिक सहायता दी है और वादा किया कि पीड़िता के पिता को कानूनी मदद और जमानत दिलाने हेतु सभी खर्च NCIA वहन करेगी।

राजनीतिक चुप्पी पर सवाल

NCIA प्रतिनिधियों ने विधायक पूजा पाल और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री श्याम लाल पाल की चुप्पी पर नाराज़गी जताई है। उन्होंने कहा कि यह हादसा जिस विधानसभा क्षेत्र (चायल) में हुआ, वह विधायक के घर से महज़ 20 किमी दूर है, और आज तक न कोई दौरा हुआ, न कोई वक्तव्य।

पाल समाज का चेतावनी संदेश

NCIA और समाज के जागरूक प्रतिनिधियों ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर 2027 तक समाजवादी पार्टी या अन्य राजनीतिक दल पाल-गडरिया समाज की बेटियों पर हो रहे अत्याचारों पर खुले तौर पर सहयोग नहीं करते, तो हर विधानसभा में प्रत्याशी उतारे जाएंगे। अगर जीत नहीं भी हुई, तो हार सुनिश्चित कर दी जाएगी।

“2027 में सत्ता का सपना देखना बंद करें” – NCIA टीम का दो टूक संदेश

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